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Kiran Bedi, जिनका नाम सुनकर ही अपराधियों में दहशत पैदा हो जाती थी। किरण बेदी को आज भी एक सख्त ऑफिसर के रूप में जाना जाता है।
Kiran Bedi हमेशा से ही कार्य करने पर विश्वास रखती हैं वह बिना किसी डर एवं उसकी परवाह किए बिना हर कार्य को करना पसंद करती हैं।
भले ही भारतीय समाज महिलाओं के प्रति अनुकूल नहीं था, लेकिन किरण बेदी ने उम्मीद नहीं खोई। उन्होंने पुरुषों के साथ बराबरी के लिए संघर्ष किया और कई बार उन्होंने खेल और शिक्षा में पुरुषों को भी पीछे छोड़ दिया।
चलिए Kiran Bedi के जीवन परिचय (Kiran Bedi Biography) के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Kiran Bedi का जन्म 9 जून 1949 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था। किरण बेदी के पिता का नाम प्रकाश लाल पेशावरिया और उनकी माता का नाम प्रेमलता है। वर्ष 1972 में 23 वर्ष की उम्र में किरण बेदी की शादी ब्रिज बेदी से हुई, किरण बेदी अपने माता पिता की चारों बेटियों में दूसरी बेटी हैं!
Kiran Bedi एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता, टेनिस खिलाड़ी एवं राजनेता और सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी रह चुकी हैं! किरण बेदी वर्ष 1962 में भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होने वाली प्रथम महिला अधिकारी भी हैं!
उसके माता-पिता ने कई बलिदान किए ताकि उनकी सभी बेटियां अपनी शिक्षा को आगे बढ़ा सकें और पुरुष प्रधान समाज में सफल हो सकें। छोटी उम्र में, किरण बेदी ने खेल, विशेष रूप से टेनिस को पसंद किया और वह “एशियाई महिला लॉन टेनिस चैम्पियनशिप” जीती।
Kiran Bedi की शिक्षा | Education of Kiran Bedi
Kiran Bedi ने अपनी शुरुवाती शिक्षा अमृतसर के सैक्रेड हर्ट कॉन्वेंट स्कूल (Sacred Heart Convent School) से प्राप्त की! फिर उसके बाद उन्होंने यहीं से ही NCC में भी प्रवेश लिया! 1966 से 1968 तक उन्होंने शासकीय कन्या महाविद्यालय, अमृतसर (Government College for Women, Amritsar) से अंग्रेजी साहित्य ऑनर्स में Graduation पूरी की!
1970 में, किरण बेदी ने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से Political Science (राजनीति विज्ञान) में Master’s Degree की उपाधि हासिल की, और भारतीय महिलाओं को पुरुषों से हीन मानने के तथ्य को खारिज करते हुए, क्लास की टॉपर बन गईं।
Kiran Bedi का शिक्षा के प्रति प्रेम और भारत के दर्जे को बढ़ाने के उनके संकल्प ने उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय में क़ानून की पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। और 1993 में, किरण बेदी ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली से सामाजिक विज्ञान में PhD प्राप्त की और ‘Drug Abuse and Domestic Violence’ पर अपनी थीसिस पूरी की।
पुलिस सेवा में Kiran Bedi का कदम :
किरण बेदी एक उत्कृष्ट छात्रा थीं, इसमें कोई संदेह नहीं, लेकिन वह एक बेहतरीन सिविल सर्वेंट भी थीं। युवा होने के बाद उनके प्रयासों को समाज के उत्थान की ओर मोड़ दिया गया। अपने सपने को साकार करने के लिए, वह 1972 में IPS में शामिल हुईं। Kiran Bedi IPS में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला थीं, और ऐसा करके, उन्होंने देश में लड़कियों और महिलाओं के जीवन में आशा और प्रकाश डाला।
IPS बनकर Kiran Bedi कठिन कामों को करने में कभी भी पीछे नहीं हटीं। वह अपने करियर में तेजी से बढ़ी और उन्होंने मिजोरम में पुलिस उपमहानिरीक्षक, चंडीगढ़ के उपराज्यपाल, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के महानिदेशक और संयुक्त राष्ट्र (UN) में नागरिक पुलिस सलाहकार के रूप में कार्य किया।
Kiran Bedi की कड़ी मेहनत, दृढ़ता और Dedication को देखते हुए उन्हें संयुक्त राष्ट्र के साथ उत्कृष्ट कार्य के लिए UN Medal से सम्मानित किया गया।
Kiran Bedi की पहली पोस्टिंग 1975 में दिल्ली के चाणक्यपुरी उपखंड में हुई थी। उसी वर्ष, वह 1975 में गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस की सर्व-पुरुष टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं।
1993 से 1995 तक ताहिर जेल में जेल के महानिरीक्षक (Inspector General) के रूप में उन्होंने जेल के प्रबंधन में कई सुधर किये, और साथ ही उन्होंने कई कार्यक्रम शुरू किए जैसे कि विषहरण कार्यक्रम, Art of Living courses, साक्षरता कार्यक्रम और योग। जिसके लिए उन्हें 1994 रेमन मैग्सेसे पुरस्कार (Ramon Magsaysay Award) से सम्मानित किया गया।
IPS में उनकी अंतिम नियुक्ति भारत के Bureau of Police Research and Development के महानिदेशक के रूप में हुई। और फिर 2007 में Kiran Bedi ने अन्य सामाजिक चुनौतियों को उठाने के लिए IPS से Voluntary Retirement ले ली।
Kiran Bedi को मिले प्रमुख पद :
- दिल्ली यातायात पुलिस प्रमुख | Delhi Traffic Police Chief
- नारकोटिक्स कंट्रोल ब्युरो | Bureau of Narcotics Control
- डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलीस, मिज़ोरम | Deputy Inspector General of Police, Mizoram
- इंस्पेक्टर जनरल ऑफ प्रिज़न, तिहाड़ | Inspector General of Prison, Tihar
- स्पेशल सेक्रेटेरी टू लेफ्टीलेन्ट गवरनर, दिल्ली | Special Secretary to Lieutenant Governor, Delhi
- इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस , चंडीगढ़ | Inspector General of Police, Chandigarh
- जाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस ट्रेनिंग | Joint commissioner of police training
- स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस इंटेलिजेन्स | Special Commissioner of Police Intelligence
- U.N. सिविलियन पुलिस एड्वाइजर | U.N. Civilian police adviser
- महानिदेशक, होम गार्ड और नागरिक रक्षा | Director General, Home Guard and Civil Defense
- महानिदेशक, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो | Director General, Police Research and Development Bureau
Kiran Bedi ने भारत में दो गैर-सरकारी संगठनों (NGO) की स्थापना की है जिसका नाम Navjyoti India Foundation और Indian Vision Foundation है। IPS पद से इस्तीफा देने के बाद वह महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों, सामुदायिक विकास कार्यक्रमों और जेल सुधारों में सक्रिय रूप से शामिल रही हैं।
उनके प्रयासों के लिए, उन्हें Doctor of Law की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया और उनके गैर-सरकारी संगठनों को UN द्वारा Serge Soitiroff Memorial Award से सम्मानित किया गया।
Kiran Bedi भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत के एक प्रमुख सदस्य हैं। वे भ्रष्टाचार की निंदा करती हैं भले ही उन्हें भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों के लिए गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। Kiran Bedi का एक मंत्र “When the going gets tough, the tough get going” जिससे हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
Kiran Bedi को 2008 में Bank of Baroda द्वारा ‘Lifetime Achievement Award’, ‘MSN Most Admired Indian Female Icon 2011’, President’s Gallantry Award और भारतीय मानव विकास पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
Short Biography of Kiran Bedi
Kiran Bedi का जन्म | 9 जून 1949, अमृतसर, पंजाब, भारत |
Kiran Bedi के पिता का नाम | प्रकाश लाल पेशावरिया |
Kiran Bedi की माता का नाम | प्रेमलता |
Kiran Bedi के पति का नाम | ब्रिज बेदी (Married 1972 Died 2016) |
बच्चे | 1 |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
व्यवसाय | राजनेता, सोशल एक्टिविस्ट, रिटायर्ड IPS अधिकारी |
पुरस्कार | United Nations Medal, 2004 Ramon Magsaysay Award, 1994 President’s Police Medal, 1979 |
Kiran Bedi द्वारा चलाये जाने वाले NGO | Navjyoti India Foundation, Indian Vision Foundation |
अंतिम शब्द :
Kiran Bedi ने कभी हार नहीं मानी जब सरकार उनके खिलाफ थी वह अपने सिद्धांतों से खड़ी हुई और अपने करियर और शिक्षा के दम पर आगे बढ़ी। Kiran Bedi न केवल महिलाओं के आदर्श हैं, बल्कि वह पुरुषों के लिए भी एक आदर्श हैं।
Kiran Bedi के बारे में आपको हिंदी (Kiran Bedi in Hindi) में यह जानकारी कैसी लगी हमें Comment Box में जरूर बताएं !
किरण बेदी की सबसे प्रसिद्ध उपलब्धि क्या है?
किरण बेदी भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में शामिल होने वाली पहली महिला IPS थीं जिसके लिए वह सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं। वह जेल सुधार में अपने काम और अपनी सामाजिक सक्रियता के लिए भी जानी जाती हैं।
किरण बेदी का बचपन कैसा था?
किरण बेदी का जन्म 1949 में अमृतसर, भारत में हुआ था। उनका पालन-पोषण एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था और वह एक अच्छी छात्रा थीं। वह राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की सक्रिय सदस्य भी थीं।
किरण बेदी आईपीएस में कैसे आईं?
किरण बेदी ने 1972 में सिविल सेवा परीक्षा दी और वह शीर्ष दो स्कोररों में से एक थीं। उन्हें आईपीएस के लिए चुना गया और वह इस सेवा में शामिल होने वाली पहली महिला बनीं।
एक आईपीएस अधिकारी के रूप में किरण बेदी के कुछ सबसे उल्लेखनीय कार्य क्या थे?
किरण बेदी ने एक आईपीएस अधिकारी के रूप में विभिन्न भूमिकाएँ निभाईं। वह जेल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला थीं, और वह दिल्ली में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिला भी थीं।
एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में किरण बेदी की कुछ सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियाँ क्या हैं?
किरण बेदी महिलाओं के अधिकारों और सामाजिक न्याय की प्रबल समर्थक हैं। उन्होंने कई संगठनों की स्थापना की है जो महिलाओं और बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम करते हैं।
किरण बेदी के कुछ पुरस्कार और सम्मान क्या हैं?
किरण बेदी को पुलिस बल, जेल सुधार और सामाजिक सक्रियता में उनके काम के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। उन्हें भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म श्री और एशिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।